पुणे के पास इंद्रायणी नदी पर पुराना पुल गिरा, 2 की मौत की आशंका, 32 घायल – राहत कार्य जारी

पुणे के पास इंद्रायणी नदी पर पुराना पुल गिरा, 2 की मौत की आशंका, 32 घायल – राहत कार्य जारी

पुणे, महाराष्ट्र — रविवार को पुणे के तलेगांव डाभाडे के पास इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक गिर गया। इस हादसे में दो लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, जबकि 32 लोग घायल बताए गए हैं। घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।

यह पुल पुणे शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित था और काफी समय से जर्जर स्थिति में था। बताया जा रहा है कि पुल लोहे का बना था और उसमें काफी जंग लग चुका था। रविवार होने के कारण पुल पर पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ थी। कुछ लोग नदी पार कर रहे थे और कुछ सेल्फी व फोटोग्राफी कर रहे थे। अधिक भार और पुल की कमजोर स्थिति के कारण अचानक वह ढह गया।

25-26 लोग नदी में बहे, बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुल के गिरते ही 25 से 26 लोग नदी में बह गए। घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। गोताखोरों की टीम नदी में डूबे लोगों की तलाश कर रही है।

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया जाए और लापता लोगों की शीघ्र खोज की जाए।

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि “घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी और जो भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि पुल की स्थिति और देखरेख को लेकर पहले क्या कदम उठाए गए थे, इसकी भी समीक्षा की जाएगी।

सुप्रिया सुले ने जताया दुख, पर्यटकों से की सतर्क रहने की अपील

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है और कहा कि लोगों को ऐसे जर्जर संरचनाओं पर जाने से बचना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से पर्यटकों से अपील की है कि वे रोमांच या फोटो खिंचवाने के चक्कर में अपने जीवन को खतरे में न डालें।

स्थानीय लोग हुए नाराज़, उठे प्रशासन पर सवाल

हादसे के बाद आसपास के ग्रामीणों और स्थानीय लोगों में रोष है। उनका कहना है कि पुल की हालत काफी समय से खराब थी, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद पुल की मरम्मत या निरीक्षण नहीं किया गया।


हम सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। साथ ही यह उम्मीद की जाती है कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचाव के लिए ठोस कदम उठाएगा।

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